Blessings: Providing help to unprivileged girls to get married

Blogging Tribe
4 min readDec 6, 2020

आज के समय में हमारे समाज में एक बड़ा हिस्सा गरीबी से झूझ रहा है। हमारे देश के लाखों करोड़ों लोग आज बड़ी मुश्किल से मेहनत-मजदूरी कर के अपने व अपने परिवार के लिए 2 वक्त की रोटी का इंतजाम कर पाते हैं। कुछ लोग कड़ी मेहनत कर के अपने बच्चों की शिक्षा का भी इंतजाम कर लेते हैं। लेकिन ऐसे गरीब वर्ग के लिए मुश्किल तब खड़ी हो जाती है, जब उन्हें अपनी बेटी की शादी करनी हो।

हमारा देश भले ही 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ, लेकिन आज के समय में भी लोगों की रूढ़िवादी सोच होने के कारण, हम आज भी आजाद नहीं है। हमारे समाज में आज भी बहुत से लोग लड़की को अपने ऊपर बोझ समझते हैं। जैसे ही बेटी का जन्म होता है। बेटी के माता-पिता उन्हें अपने सिर पर बोझ समझते हैं। हमारे समाज में लोग बेटी के जन्म से ही उसकी शादी की चिंता करते हैं और शादी के खर्च को उठाना बोझ समझते हैं। लेकिन यह विचारधारा गलत है।

बेटी की शादी की शादी पर होने वाला खर्च भय बनता है, कन्या भ्रूण हत्या और लिंग आधारित भेदभाव का एक अहम कारण-

हमारे समाज में बहुत से लोग बेटी की शादी के खर्च का बोझ ना उठाना पड़े, इसी कारण से बेटियों को गर्भ में ही मरवा देते हैं। लोगों की इसी पिछड़ी मानसिकता व डर ने कन्या भ्रूण हत्या और लिंग भेदभाव जैसे अपराधों को जन्म दिया है।क्योंकि एक गरीब या मध्यम वर्ग के परिवार में कोई लड़की पैदा होती है, तो उसके माता-पिता को खुशी से ज्यादा उसकी शादी की चिंता सताने लगती हैl इस चिंता के भय से समाज में कई लोग बेटी के जन्म लेने से पहले ही उसे गर्भ में मरवा देते है और अगर बेटी को जन्म दें भी दिया तो उसके साथ लिंग आधारित भेदभाव किया जाता है।

गरीब परिवार की बेटी की शादी के सपनों को साकार कर रही आशीर्वाद मुहिम-

समाज के रीति रिवाज़ को देखते हुए हर माता-पिता का यह अरमान होता है कि वह अपनी बेटी की शादी अच्छे से करें। लेकिन कुछ आर्थिक तौर से गरीब लोग ऐसा करने में असमर्थ होते हैं, उनका सपना अधूरा रह जाता है। ऐसे में उन अभिभावको की चिंता को खत्म किया, जो अपनी बेटी की शादी करने में असमर्थ थे, डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख संत डॉक्टर गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने, जिन्होंने आशीर्वाद मुहिम चलाकर आर्थिक तौर से कमजोर माता-पिता की बेटी के शादी के सपने को साकार किया।

किस उद्देश्य से शुरुआत की गई आशीर्वाद मुहिम की?(Purpose of initiative ‘blessings’ by Dera Sacha Sauda)

समाज के ऐसे गरीब व जरूरतमन्द लोगों की मदद करने व उनकी बेटियों की शादी में सहायता करने के लिए सिरसा जिले में स्थित सामाजिक संस्था डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख सन्त डॉ गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां द्वारा एक ऐसा अनूठा कदम उठाया गया जो वाकई में काबिले तारीफ़ है। पूज्य गुरुजी की पवित्र शिक्षा के अनुसार ‘आशीर्वाद’ मुहिम के तहत डेरा के करोड़ों अनुयायी अब तक हजारों गरीब व जरूरतमंद लोगों की बेटियों की शादी में उनके जरूरत का सामान देकर उनकी सहायता कर चुके हैं।

हज़ारों माता-पिता के सपने को साकार करने का जरिया बनी आशीर्वाद मुहिम-

डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी समाज के आर्थिक तबके के लिए फ़रिश्ता हैं। पूज्य गुरुजी की पावन प्रेरणा से डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी ऐसे परिवार की बेटी की शादी का सारा ख़र्चा उठाते है व जरूरत का सारा सामान जैसे बेड, अलमारी, कुर्सी, मेज़ व अन्य छोटे से बड़ा जरूरी सामान मुहैया करवाते हैं। डेरा अनुयायीयों द्वारा अब तक ऐसी हज़ारों शादियो में मदद की जा चुकी हैं। जिसमें सारा ख़र्चा डेरा श्रद्धालुओं द्वारा ही किया जाता है। यह मुहिम हज़ारों गरीब लोगों के लिए खुशी का एक जरिया बनी है। जिस से की वे खुशी-खुशी बिना किसी चिंता के अपनी बेटी को विदा कर पाते हैं।

ऐसे लोगों का कहना है कि गुरुजी व उनके श्रद्धालु हमारे लिए भगवान की रहमत हैं। जो हमारी जिम्मेदारी में हमारी साथ देते हैं।

हजारों माता-पिता ने जताया डेरा श्रद्धालुओ व Baba Ram Rahim जी का आभार-

Blessings मुहिम के तहत डेरा सच्चा सौदा के अनुयायियों द्वारा ऐसे अनेकों परिवारो की मदद की गई है, जिनमें माता-पिता न केवल आर्थिक रूप से कमज़ोर थे, बल्कि किसी बेटी की मां विकलांग थी या किसी परिवार में मुखिया यानी पिता का साया नहीं था। ऐसे परिवारों की बेटी की शादी करवा कर उनके हाथ पीले करवाने डेरा श्रद्धालुओं ने अपनी जिम्मेदारी समझी व इसके लिए यह सभी परिवार हमेशा गुरुजी Saint Dr.MSG व डेरा अनुयायियों के आभार व्यक्त करते नहीं थकते।

Source of inspiration-

लाखों लोगों के चेहरे की मुस्कुराहट बने डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी जो अपने गुरुजी की शिक्षा के अनुसार अब तक 134 मानवता भलाई के कार्य लगातार कर रहे हैं। उनकी ऐसी बेगर्ज़ मानवता की भलाई करने की भावना के पीछे केवल एक ही प्रेरणास्त्रोत है। वह है सन्त डॉ गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां हैं। पूज्य गुरु जी ने हमेशा ही अपने करोड़ों अनुयायीयों को सदैव समाज हित के कार्य करने की प्रेरणा दी है। यही कारण है आज उनके इन्हीं प्रयासों से डेरा सच्चा सौदा के लाखों अनुयायी समाज के लिए मिसाल बन चुके हैं।

Conclusion-

दोस्तों आपने वो कहावत सुनी होगी कि बेटियां सब की सांझी होती है। ये बात बहुत ही गहराई रखती है, क्योंकि वाकई में जब हम किसी भी गरीब पिता की बेटी की डोली उठाने में उसकी सहायता करते हैं, तो उस पिता का दिल करोड़ों दुआएं देता है। हम सभी को यह संकल्प लेना चाहिए कि हम भी ऐसे परिवार की बेटी की शादी कराने में मदद जरूर करें। जिस से किसी भी पिता को अपनी जिम्मेदारी व बेटी बोझ न लगे।

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